जमालगोटा पिछले एक दो साल से हर उस आदमी के लिए भगवान का रूप ले चूका है या तो जिसके बाल झड रहे है, या फिर झड ही चुके है इन्टरनेट पर इसके बारे से असल में कोई पुख्ता और भरोसेमंद जानकारी आज की इस रील्स और शॉर्ट्स वाली दुनिया में तो उपलब्ध है ही नही, और फिर कुछ भेड चाल का जमाना भी आ ही चूका है, थोड़े से भी सपने दिखा कर आप किसी को कुछ भी बेच या भिड़ा सकते है कुछ लोग इसको खाने या इसका तेल लगाने से साफ़ मना करते है और इसे बेचने वालो का कहना है कि अब ये ही तेल आपका आखिरी सहारा है तो आखिर सच है क्या ??
जमालगोटा का नाम शायद आजकल के बच्चो ने तो नही ही सुना होगा, लेकिन जो लोग कुछ पुराने से हो चले है उन्होंने भी इसका नाम फिल्मो में मजाक में किसी को परेशान कर के बेहिसाब दस्त लगाने में दिखाया जाता था असल में तो इसका इस्तेमाल बड़े जानवर जैसे घोड़ो को कब्ज से राहत दिलाने में किया जाता था और जब इसे किसी इंसान को दिया जाता था तो बात जान पर बन आती थी तो आज देखते है कि आखिर इस जमालगोटा का राज है क्या
जमालगोटा को इंग्लिश में Purging Croton कहते है और आयुर्वेद में इसे बहुत ही ताकतवर लेकिन जहरीला पौधा है इसके अन्दर दो ऐसे केमिकल पाए जाते है जो शरीर में जा कर बहुत तेजी से रिएक्शन करते है
- 1. Phorbol Asters ( फोर्बोल एस्टर ) – ये यौगिक शरीर की कोशिकाओ में सूजन और जलन पैदा करता है
- 2. Toxalbumins ( टॉक्साल्बुमिन) – ये यौगिक आपके शरीर में जा कर कोशिकाओ में को प्रोटीन सिंथेसिस करने से रोकते हैं, जिससे सेल्स मरने लगती हैं और ये आपके कई आंतरिक अंगो ले लिए बहुत खतरनाक हो सकता है

जमालगोटा से होने वाले नुक्सान
🍽️⚠️ खाने से होने वाले नुक्सान – जमालगोटा को खाने से निम्न नुक्सान हो सकते है
- तेज पेट दर्द और ऐठन
- लगातार उलटी और दस्त
- शरीर में पानी की कमी
- गभीर मामलो में बेहोशी या मौत भी हो सकती है
🧴🚫 त्वचा पर लगाने से होने वाले नुक्सान – कई देसी दवाओ में इसे त्वचा पे लगाने की सलाह दी जाती है लेकिन :
- त्वचा में जलन और खुजली
- छाले या फफोले पड सकते है
- स्किन इरिटेशन लंबे समय तक बना रह सकता है
🧒👵🤰 किन किन लोगो के लिए ये ख़ास तौर से ख़तरनाक ? – निम्न ख़ास लोगो को ख़ास ख्याल रखना चाहिए
- गर्भवती महिलाए – ये गर्भपात का कारण बन सकता है
- बच्चे – उनका शरीर इस सहन नही कर पता है
- बुजुर्ग – बुजुर्गो की रोग प्रतिरोधकता कम होती है, इसलिए उनको भी इसका परहेज ही करना चाहिए
🧠 जमालगोटा कब सुरक्षित होता है ?
जमालगोटा को आयुर्वेद ने एक तीव्र विरेचक माना गया है लेकिन इसे केवल :
- विशेषज्ञ वैद्य या डॉक्टर की निगरानी में
- कम मात्र और सही विधि से
- अन्य औषधियों के साथ संतुलित रूप से ही प्रयोग करना चाहिए
📛 बिना मार्गदर्शन के प्रयोग = आत्मघाती जोखिम!
🚨 निष्कर्ष : चेतावनी और जागरूकता
जमालगोटा, कोई आम घरेलु औषधि नही है जिसका प्रयोग आप नीम, गिलोय, तुलसी अदरक की तरह कर सके इसका गलत इस्तेमाल करने से फायदे की जगह बहुत ज्यादा नुक्सान हो सकता है यदि आप आयुर्वेदिक दवा ब्ननाना चाहते है तो जानकारी और सावधानी बेहद जरुरी है
क्या आपने कभी जमालगोटा इस्तेमाल किया है ? या किसी को इससे जुदा कोई नुक्सान होते हुए देखा देखा है तो नीचे कमेंट में अपनी राय जरुर साझा करें – आपके अनुभव किसी की जान भी बचा सकते है
“आयुर्वेदिक ज्ञान को सरल और आत्मीय अंदाज़ में लोगों तक पहुँचाना ही मेरा उद्देश्य है — अंकुर पाठक।”


