जब भी हम अपनी सेहत के बारे मे सोचते है , तो सबसे पहले ख्याल आता है, हमारे दिल , दिमाग और तो और त्वचा का लेकिन एक ऐसा हीरो भी है जो चुप चाप पर्दे के पीछे अपने काम मे दिन रात लगा रहता है। ये आपके पाचन तंत्र का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जो न सिर्फ आपके शरीर से गंदगी (विषैले पदार्थ ) को बाहर निकालता है बल्कि Nutrient को खाने से निकाल कर शरीर को देने और हमारी इम्यूनिटी को ठीक ढंग से काम करने मे भी बेहद मददगार है
तो कुल मिल कर अपने शरीर को सेहतमंद रखने के लिए आपकी बड़ी आंत जिसे डॉ साहब कोलोन कह के बुलाते है उसे ठीक आकार और स्थिति मे रखना सबसे ज्यादा जरूरी कदम है , और अगर कहीं आपकी कोलोन सुस्त , भारी और धीमे काम करने लगती है तो आप देखोगे कि आपको थकान, पेट मे भारीपन महसूस होगा जो आपके लिए आने वाले समय मे विकट समस्या भी पैदा कर सकता है लेकिन अच्छी बात ये है कि आप कुछ साधारण और प्राकर्तिक तरीके अपना कर अपनी बड़ी आंत को स्वस्थ और सुचारु रूप से काम करने वाली बना सकते है

आज मैं आपको 14 ऐसे साधारण लेकिन असरदार तरीके बताऊँगा जिससे आप अपनी कोलोन को स्वस्थ बना कर एक बेहतरीन जिंदगी जी सकते है
रोज खाने मे फाइबर को तवज्जो दें
फाइबर हमारे पाचन मे एक बेहद जरूरी चीज है , ऐसे मान सकते है ये एक हल्की झाड़ू जैसा है जो कि आंतों मे बने कचरे को साफ करने का काम करता है ये एक तो आपका पाचन या हाजमा ठीक रखता है साथ ही कब्ज जैसी शिकायत को भी दूर करने मे मदद करता है फ़ल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और दाले फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत होती है
अगर आप अपने खाने मे थोड़ा रंग बिरंगा सा सलाद , कुछ फ़ल , दालों से बना सूप या ओट्स जैसी चीज़े शामिल आकर लेते है तो एक तो आप खुद को हल्का महसूस करेंगे साथ मे बॉडी एनर्जेटिक बनी रहेगी
बिन पानी सब सून
पानी और फाइबर एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त होते है , जब आप फ़ल, सब्जियां , दाले या साबुत अनाज खाते है, तो इनसे मिलने वाला फाइबर आपके पेट के अंदर अच्छे से सफाई करने का काम करता है लेकिन इसके लिए फाइबर को पानी कि बहुत जरूरत होती है
अगर आप काम पानी पियेंगे तो फाइबर भी अपना काम अच्छे से नहीं कर पाएगा जिससे आपको कब्ज , पेट मे भारीपन और थकावट महसूस होने लगेगी
प्रोटीन चुनने मे समझदारी दिखाएं
लोग प्रोटीन के लिए अलग अलग चीजों का चुनाव करते है , बस यहीं अपर आको थोड़ा ध्यान देने कि जरूरत है कई रिसर्च मे ये पता चल है कि लाल मांस और प्रोसेसड़ मीट ज्यादा मात्रा मे खाने से आपके पाचन पर बोझ पड सकता है इसलिए इनका सेवन थोड़ा संतुलित मात्र मे करना चाहिए जिससे आपका कोलोन ठीक रहे
अगर आप इनका सेवन करते है तो आपको इन्हे पूरी तरह से छोड़ने कि जरूरत नहीं है लेकिन अगर आप साथ मे पौधों से मिलने वाले फाइबर को भी अपनी खुराक मे शामिल कर लेते है तो आपके कोलोन की तो चांदी ही चांदी है
आप अपनी खुराक मे काले चने , टोफू और इस तरह कि चीज़े शामिल करते है तो आप खुद को हल्का और ऊर्जा से भर हुआ महसूस करेंगे
ऐसा खाना चुने जिसमे प्रोबायोटिक हो
हमारे पेट मे छोटे छोटे अच्छे बैकटेरिया भी होते है ये बैकटेरिया आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है जो न सिर्फ आपकी पाचन मे मदद करते है साथ ही रोगों से लड़ने मे भी आपकी मदद करते है
अगर आप ऐसा खाना खाएंगे जिसमे जिनमे ” अच्छे बैकटेरिया ” हो तो ये आपकी पेट कि दुनिया के लिए बहुत फायदेमंद है इन बैकटेरिया को साइंस कि भाषा मे प्रोबायोटिक (Probiotic) कहते है
इसलिए अपनी डाइट मे शामिल करें – दहि, खमीर, छाछ, कांजी, इडली , डोसा , ढोकला
जंक फूड और मीठे खाने पर पैनी निगाह रखे
आज कल के बच्चे क्या बड़े लोग भी जंक फूड ( चिप्स , बिस्किट , कोल्ड ड्रिंक ) या मीठी चीज़े ( केक , मिठाई ) का बेहिसाब सेवन करने लगे है जो कि आपके पेट कि सेहत खराब कर सकते है
इस तरह के खानों से आपके पेट मे बुरे बैकटेरिया बढ़ने लगते है जिससे पेट मे सूजन आ सकती है और आपको दर्द , गैस और असुविधा बढ़ सकती है इससे बचने कि लिए आप अपनी डाइट मे फ़ल , सब्जियां , मेवे , और कुछ बीज ( चिया, अलसी आदि ) शामिल कर सकते है
ये सारी चीज़े आपके पेट को साफ रखने मे मदद करती है और पाचन को ठीक रखती है ऐसा खाना खाने से ना सिर्फ आपको ताजगी महसूस होगी बल्कि आपका पेट भी खुश रहेगा
जीवन चलने का नाम
जब आप अपने शरीर से काम लेते है जैसे चलना फिरना, साइकिल चलना , योग करना तो ना सिर्फ आपके शरीर मे ऊर्जा आती है बल्कि आपके पेट को काम करने मे भी मदद मिलती है
ऐक्टिव रहने से ना सिर्फ पाचन ठीक रहता है साथ ही शरीर मे रक्त भी अच्छे तरह से घूमता है तो पूरे शरीर के साथ आपकी बड़ी आंत भी बढ़िया तरीके से काम करती है
और इसके लिए आपको पहाड़ तोड़ने जितनी मेहनत भी नहीं करनी है दिन मे केवल आधा घंटा के लिए योगा , साइकिल चलना , या तेज चाल मे टहलना भी काफी होगा

अच्छी नींद बहुत जरूरी है
आराम करना और अच्छी नींद लेना ही हमारे लिए उतना ही जरूरी है जितना कि अच्छा खान पान , जब हमें अच्छी नींद नहीं मिलती है तब हमारे पेट के अंदर के अच्छे बैकटेरिया भी इससे प्रभावित होते है
जिससे हमारा पाचन ठीक नहीं रहता है और कब्ज भी बनेगा और शरीर मे ऊर्जा मे कमी आना भी बहुत स्वाभाविक सी बात हो जाएगी
इससे बचने के लिए आप खुद को आराम देने के लिए समय निकाले , सोने से काम से काम एक घंटा पहले मोबाईल का इस्तेमाल ना करे और ऐसे मे आप कोई किताब पढे , या और किसी ऐक्टिविटी मे खुद को थोड़ा व्यस्त रखे , ऐसा करने से दिमाग शांत होता है अच्छी नींद आती है याद रखने आपके पाचन को ठीक रखने के लिए 7 से 8 घंटे कि नींद बहुत जरूरी है
अपने शरीर कि बात सुनिए
जब भी कभी आपको मल या मूत्र जाने कि इच्छा हो तो इसे कभी भी ना रोके , आपका शरीर जिस समय अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर करने चाहता है तो उस समय इस वेग को कभी भी ना रोके इससे आपको कब्ज , पेट मे भारीपन और थकावट महसूस होने लगेगी और आपका पाचन बिगड़ जाएगा
जब भी आपका शरीर आपको कोई संकेत दे तो इसे कतई नजरअंदाज ना करे
ऐसा खाना खाएं जो आपका पेट साफ रखे
कुछ खाने ऐसे होते है जो प्राकर्तिक रूप से ही आपका पेट साफ रखते है , और इसकी मदद से आपका पाचन भी अच्छा राहत है और आपको कोई कठिन प्रयास भी नहीं करने पड़ते है
जैसे : चिया सीड्स , अलसी , ईसबगोल , आदि
शराब और कैफ़ीन का बहुत ही निश्चित मात्र मे सेवन करे
खराब चीजों मे एक खास पहचान होती है , कि ये आपको बार बार अपनी तरफ खिचती है , एक कप कॉफ़ी या थोड़ी सी शराब का कभी कभी सेवन मजेदार तो लग सकता है लेकिन इसके अधिक या नियमित सेवन करने से ये आपके पाचन और बाकी के शरीर पर भी बहुत बुरा असर छोड़ती है
अगर आप इन चीजों का अत्यधिक मात्र मे सेवन करते है तो ये आतों के लिए बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है इससे बचने के लिए आप ये उपाय कर सकते है
चाय कॉफ़ी कि जगह हर्बल टी पिए , शराब की जगह फलों का जूस पियें , कई तरह के शर्बत भी बदल बदल कर पी सकते है
ऐसा करने से आपका आपका पाचन तंत्र आपका एहसानमंद रहेगा
तनाव का खास रखे
हमारा दिमाग और पेट एक दूसरे के साथ बहुत गहरा रिश्ता रखते है , आपने भी कभी कभी महसूस किया होगा किसी खास किसम कि भावनाओ के मन मे आने के बाद कै बार ऐसा लगता है जैसे पेट मे तितलियाँ उड़ रही है , अगर आप तनाव मे रहते है तो इसके बुरा असर आपके पाचन पर भी पड़ता है और लंबे समय तक तनाव मे रहने के कारण आपका पाचन धीमा पड़ जाएगा, पेट फूल जाएगा और असहज महसूस करने लगेंगे
इस लिए आप तनाव को मैनेज करे , मन को शांत रखे ध्यान लगाएं , थोड़ा समय हरियाली मे बियाएं , इससे आप अच्छा महसूस करेंगे
अपनी सेहत का खास ख़याल रखे
अब तक हमने जो कुछ भी बाते कि है , जैसे खाना , पीना , समय से सोना उठना और बाकी सारी बाते बहुत जरूरी है इसके अलावा सेहत कि नियमित जांच भी आपके कोलोन के लिए बहुत जरूरी है
इसलिए अपने डॉ से परामर्श ले कि ये जांच कब कब करनी है , और खास तौर पर यदि आपकी उम्र 40 साल से ऊपर है और आपके परिवार मे किसी को पाचन संबंधी समस्या रही है तो ये जांच और भी ज्यादा जरुरी हो जाती है
इससे आपको दो फायदे होंगे, एक तो अपने स्वास्थ पर निगाह रखने से आप के अंदर एक आत्मविश्वास रहेगा दूसरा यदि कोई समस्या आती भी है तो आप बहुत शुरुवाती स्थिति मे ही उसको ठीक कर सकते है

एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल सोच समझ करे
जैसा कि आप जानते हो एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल हम अपनी किसी समस्या को दूर करने के लिए करते है लेकिन इनकी वजह से हमारे पेट के अंदर के अच्छे बैक्टीरिया मार भी जाते है
आप कुछ छोटी बातों का ध्यान रख कर खुद को एंटीबायोटिक्स से होने वाले नुकसान से बचा सकते है
अगर डॉक्टर ने आपको एंटीबायोटिक दी है:
- तो उसे पूरी तरह से लें, जैसा कि बताया गया हो।
- जब तक का कोर्स खत्म न हो जाए, उससे पहले न छोड़ें।
और जब आप एंटीबायोटिक ले चुके हों, तो अपने पेट की मदद करें:
- दही , छाछ , केफिर जैसी प्रोबायोटिक चीजें खाएं।
- फल, सब्ज़ियां, दालें, ओट्स जैसे पेट के लिए अच्छे खाने पर ध्यान दें।
इससे आपके पेट के बैक्टीरिया वापस बढ़ सकेंगे और आपका पाचन भी ठीक रहेगा।
खाना खूब चबा चबा कर खाए
बचपन मे सबको हमारे माता पिता ने खूब समझाया है खाना खूब चबा चबा कर खाओ ,असल में पाचन कि शुरुवात तो मुँह मे खाने को चबाने से ही शुरू हो जाती है और अगर आप खाने को जल्दी जल्दी खाते है और और ठीक से चबाते नहीं है इससे आपके पाचन तंत्र पर जोर पड़ता है और उसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है इसलिए
- खाना खाते समय जल्दबाजी न करें।
- हर निवाला अच्छी तरह से चबाएं।
- खाने का मज़ा लें, उसकी सुगंध, स्वाद महसूस करें।
ऐसा करने से ना सिर्फ आपको खाने का ज्यादा मज़ा आएगा, बल्कि आपका पेट भी खुश रहेगा और पाचन भी ठीक होगा।
और आखिर मे एक सबसे खास सोचने वाली बात
आपकी कोलोन या बड़ी आंत चुप चाप दिन रात आपकी सेहत के लिए लगातार काम करती रहती है और यह कहना भी गलत नहीं होगा कि हमारी स्वास्थ के लिए शायद सबसे बड़ी भूमिका निभाती है
अगर आप इसका ध्यान रखेंगे , अच्छा खाना पीना रखेंगे , नींद और कसरत का भी ध्यान रखेंगे तो आपका शरीर ऊर्जावान और स्वस्थ रहेगा कोलोन को स्वस्थ रखने के लिए कोई बहुत बड़े बड़े फैसले लेने कि जरूरत नहीं है , लेकिन बस छोटी छोटी बातों का आपको रोज खयाल रखना है जैसे :
- घर का बना, ताज़ा खाना खाएं
- पानी ज्यादा पिएं
- थोड़ा सा चलें-फिरें
- अच्छी नींद लें
- अपने शरीर की बात सुनें
ये छोटी छोटी बाते आपकी लंबी उम्र और सेहत का रास्ता तैयार करती है
“आयुर्वेदिक ज्ञान को सरल और आत्मीय अंदाज़ में लोगों तक पहुँचाना ही मेरा उद्देश्य है — अंकुर पाठक।”


