बुखार में दवा खाना कितना सही है ?

आजकल बुखार आने का मतलब सीधा बन गया है , थर्मामीटर लो, बुखार देखो और फटाफट एक Paracetamol खा लो, बस हो गया काम
लेकिन ये जो आप बिजली की रफ़्तार से कार्यवाही करते है, एक बार भी सोचा है
बुखार कोई बीमारी नही है, वो तो शरीर का एक बचाव एक तरीका है
ये एक Healing Signal है — न कि कोई दुश्मन

तो अब सवाल ये है कि जब बुखार आये तो हमे क्या करना चाहिए हर बार दवा खा लेनी चाहिए या अपने शरीर की Healing Power पर थोडा भरोसा करना चाहिए ?

🌡️बुखार : 24 घंटे ड्यूटी पर रहने वाला हमारा डिफेन्स सिस्टम

जब भी कोई वायरस, बैक्टीरिया या इन्फेक्शन हमारे शरीर पर हमला करता है तो ये हमारे शरीर का ये सिपाही हमारी सुरक्षा के लिए एकदम तैयार हो जाता है

Fever हमारे शरीर का वो अलार्म है जो कहता है – हम लड़ाई लड़ रहे है, थोडा रुक जाओ
तापमान बाधा है इसका मतलब, शरीर खुद Heat बढ़ा कर दुश्मन को मार रहा है

💊 बुखार को दवा से दबाना – Healing की रफ़्तार को रोकना

Paracetamol, Ibuprofen जैसी दवाइयां तापमान को कम कर देती है मतलब जब ह्मराशारीर बीमारी के खिलाफ लड़ रहा होता है वो बीच में आ कर युद्ध विराम लगा देती गई जिससे होता ये है बुखार कम होने से राहत तो मिली लेकिन वायरस अभी भी शरीर के अन्दर active mode में है ऐसे में Infection और लम्बा खीच जाता है

कुल मिला कर शरीर लड़ कर दुश्मन को ख़तम ही करने वाला था और हमने गोली खा कर उसका हथियार ही छीन लिया

🤒 बुखार में कब दवा खानी है कब नही

कब दवा जरुरी नही है

  • अगर बुखार 99–101°F तक है
  • व्यक्ति थोडा थका हुआ है लेकिन stable है
  • शरीर में कपकपी नही है, सांस ठीक है
  • खाना पीना कम सही, लेकिन हो रहा है

📌 कब डॉक्टर या दवा जरुरी है

  • अगर बुखार 102°F से ऊपर जा रहा है, और लगातार बना हुआ है
  • शरीर में गर्मी, बेहोशी, तेज कपकपी या सांस लेने में दिक्कत
  • छोटे बच्चो या बुजुर्गो में अगर बुखार तेज हो
  • पुरानी बीमारियाँ : जैसे डायबिटीज औत ह्रदय रोग

मतलब साफ़ है – दवा को Primary tool नही, Emergency Tool समझिये

🌿 Fever में अपनाए ये तरीके – बिना दवा के राहत

  1. 🛌 पूरी नींद और आराम – शरीर जब लड़ रहा है , तो उसे Energy चाहिए, काम नही
  2. 🥣 हल्का और गर्म खाना – खिचड़ी, मूंग दाल, तुलसी गिलोय काढ़ा, सादा या गर्म पानी
  3. 🌿 घरेलु उपाय – तुलसी + काली मिर्च + अदरक का काढ़ा
    ताजा गिलोय का जूस
    धनिया बीज का पानी
  4. 💧 हाइड्रेशन सबसे जरुरी – शरीर जितना साफ़ रहेगा , दुश्मन उतना जल्दी बाहर होगा

🚨 बुखार दबाया तो क्या क्या हो सकता है ?

बैक्टीरिया बढ़ता जाएगा
इन्फेक्शन धीरे धीरे और अंगो तक पहुच सकता है
बुखार बार बार लौटता रहता है ( Recurring Fever )
इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है, क्युकी उसे लड़ने नही दिया गया

मतलब शरीर बीमारी से लड़ना चाहता है, लेकिन उसे रोक दिया गया

🤝 Self Healing = Nature + Patience

कभी सोचा है हमारे दादा दादी, नाना नानी बिना किसी दवा और गोली के कैसे ठीक होते थे – सिर्फ आराम, हल्का खाना, और घरेलु उपाय

क्योंकि उनको अपने शरीर पर भरोसा था , और अब हम उतावले हो गये है , आज बुखार आया, कल ऑफिस जाना है – गोली दो !!!

लेकिन कभी खुद से पूछिए – क्या 2 दिन आराम नही कर सकते ताकि 15 दिन की बीमारी से बचा जा सके

🔚 निष्कर्ष – शरीर को वक़्त दीजिये, गोली का Shortcut नही

बुखार कोई दुश्मन नही है, वो तो शरीर का एक Healing Method है उसका स्वागत दवा से नही देखभाल से कीजिये आप अपने शरीर पर भरोसा करेंगे तब आप दवाओ से नही अपने इम्यून सिस्टम से बीमारी को हराएंगे

अब जब बुखार आये तो एक बार जरुर सोचना कि दवा लूँ या अपने शरीर पर भरोसा करूँ जिसके शरीर को सबसे ज्यादा जरुरत है

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